इस रूट पर कुल पाँच स्टेशन — बारादेवी, किदवई नगर, वसंत विहार, बौद्ध नगर और नौबस्ता — शामिल हैं। सभी स्टेशनों पर सिग्नल लगाए जा चुके हैं और अब ट्रैक पर ट्रेनों की सुरक्षित और सुचारु आवाजाही के लिए तकनीकी निरीक्षण शुरू कर दिया गया है। सिग्नलिंग सिस्टम के पूरा होने से मेट्रो संचालन की दिशा में एक अहम कदम और पूरा हुआ है।
गुरुवार से इस रूट पर ‘पार्शियल एक्सेप्टेंस टेस्ट’ (PAT) की शुरुआत की गई है। यह टेस्ट सिग्नलिंग प्रणाली की गुणवत्ता, सुरक्षा और संचालन क्षमता की जांच करेगा। PAT पूरा होने के बाद अगले चरणों—ट्रायल रन और सेफ्टी क्लीयरेंस—की प्रक्रिया शुरू होगी। उम्मीद की जा रही है कि इस रूट को जल्द ही यात्रियों के लिए खोला जाएगा, जिससे दक्षिण कानपुर की कनेक्टिविटी और भी बेहतर हो जाएगी।
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