अभियान के तहत 19 नवंबर को सेठ मोतीलाल खेडिया इंटर कॉलेज, नवाबगंज में तथा 20 नवंबर को सरयू नारायण बाल विद्यालय इंटर कॉलेज, चिड़ियाघर रोड आजाद नगर में व्यापक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। दोनों ही कार्यक्रमों में बड़ी संख्या में छात्रों ने हिस्सा लिया।
कार्यक्रम के प्रमुख अतिथि एवं विशेषज्ञ
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि और विषय विशेषज्ञ सादुल हक सफवी, प्रवक्ता पुलिस ट्रेनिंग सेंटर उन्नाव रहे।
विशिष्ट अतिथियों में—
श्रीमती अंजू रानी, पूर्व संयुक्त निदेशक, पुलिस ट्रेनिंग सेंटर उन्नाव
शीलप्रिय मिश्रा, मुख्य शाखा प्रबंधक, एसबीआई विष्णुपुरी
गोपाल सेंगर, पूर्व प्रवक्ता, बीएनएसडी इंटर कॉलेज चुन्नीगंज
मनोज कुमार त्रिवेदी, प्रधानाचार्य
संस्था की उपाध्यक्ष डॉ. सारिका त्रिवेदी
सचिव डॉ. विपिन शुक्ला
संयुक्त मंत्री डॉ. विशाल गुप्ता
सभी अतिथियों को संस्था की ओर से अंगवस्त्र और गौमय गोपाल तुलसी पौधा भेंट कर सम्मानित किया गया।
छात्रों को दी गई महत्वपूर्ण जानकारी
कक्षा 6 से 12 तक के लगभग 350 विद्यार्थियों ने इस जागरूकता कार्यक्रम में सक्रिय रूप से भाग लिया। विशेषज्ञों ने छात्रों को बताया कि—
ऑनलाइन गेम और फ्री रिवार्ड देने वाले लिंक किस तरह धोखे का जरिया बन जाते हैं।
कई ऐप उपयोगकर्ताओं का डेटा चुराकर बैंक खातों से पैसे निकाल लेते हैं।
डिजिटल अरेस्ट जैसी घटनाएँ कैसे होती हैं और उनसे कैसे बचा जा सकता है।
कार्यक्रम के दौरान यह भी सामने आया कि 4 लोग पहले ही बैंक फ्रॉड का शिकार हो चुके हैं, जिससे साइबर सुरक्षा की आवश्यकता और अधिक स्पष्ट होती है।
अभियान का उद्देश्य
संस्था का मानना है कि यदि बच्चे जागरूक होंगे तो वे स्वयं के साथ-साथ अपने अभिभावकों और छोटे भाई–बहनों को भी साइबर अपराध से बचाव के प्रति सतर्क करेंगे। इस तरह जागरूकता का दायरा स्वाभाविक रूप से समाज में फैलता जाएगा।
कार्यक्रम के अंत में सभी विद्यार्थियों को जलपान भी वितरित किया गया।
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