डॉ. मोहन के अनुसार, बारिश के मौसम में जलजमाव के चलते मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है, जिससे डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा रहता है। वहीं दूषित पानी और अस्वच्छ भोजन के कारण डायरिया और टाइफाइड जैसी बीमारियां भी तेजी से फैलती हैं।
डॉ. हेमंत मोहन के स्वास्थ्य सुरक्षा सुझाव:
मच्छरों से बचाव के लिए रात में मच्छरदानी का उपयोग करें।
घर और आसपास जलभराव न होने दें, नियमित सफाई करें।
केवल उबला और साफ पानी का सेवन करें।
भोजन हमेशा ताजा खाएं, खाने से पहले हाथ धोना न भूलें।
बच्चों को गंदे पानी या कीचड़ में खेलने से रोकें।
डॉ. मोहन ने यह भी बताया कि बारिश के मौसम में दिन में उमस और रात में ठंडक महसूस होने से कई लोग एयर कंडीशनर का अधिक उपयोग कर रहे हैं, जिससे गले में खराश, सर्दी-जुकाम और बुखार जैसे लक्षण तेजी से फैल रहे हैं।
उन्होंने बच्चों और बुजुर्गों के स्वास्थ्य को लेकर विशेष सतर्कता बरतने की अपील की। बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने से उन्हें बीमारियां जल्दी घेर सकती हैं। वहीं बुजुर्गों को अस्वच्छ पानी और बासी भोजन से दूर रहना चाहिए।
किसी भी बीमारी के लक्षण दिखें तो डॉक्टर से मिलें
अगर किसी व्यक्ति को लगातार बुखार, उल्टी, दस्त, बदन दर्द या अन्य कोई संक्रामक लक्षण नजर आएं, तो तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या चिकित्सक से संपर्क करें। समय पर इलाज से इन बीमारियों पर काबू पाया जा सकता है।
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