धान की सरकारी खरीद में केंद्र प्रभारी के साथ लेखपाल तक सभी लापरवाह रवैया अपनाए हुए हैं. इसका खुलासा डीएम आलोक कुमार तिवारी के निरीक्षण में हुआ. इस दौरान एक क्रय केंद्र पर किसानों से धान लेने की जगह उन्हें सीधे राइस मिल भेज दिया. इससे नाराज डीएम ने केंद्र प्रभारी पर एफआइआर दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ धान खरीद में लापरवाह लेखपालों को भी प्रतिकूल प्रविष्टि थमाई गई है.
धान क्रय केंद्रों में होने वाली खरीद का जायजा लेने के लिए डीएम आलोक कुमार तिवारी चौबेपुर पहुंचे थे. सबसे पहले वह बजरहापुर राजकीय धान क्रय केंद्र पहुंचे. यहां धान खरीद सही होते पायी गई. डीएम ने जब किसानों से बातचीत की तो दो किसानों ने बताया कि पिछले 15 दिनों से कई चक्कर लगा चुके हैं लेकिन उनका धान नहीं खरीदा जा रहा है. डीएम ने संबंधित केंद्र प्रभारी को प्रतिकूल प्रविष्टि देने के निर्देश दिए. डीएम ने किसी किसान को वापस न भेजने को कहा. इसी तरह साधन सहकारी समिति गोगुमउ के धान क्रय केंद्र में जमकर लापरवाही मिली. यहां पर किसी तरह का बोर्ड नहीं लगा था. केंद्र प्रभारी ने बताया कि अब तक 14 किसानों से धान खरीदा जा चुका है. सोमवार को किसी किसान के आने की जानकारी पर केंद्र प्रभारी ने बताया कि किसानों से तौल कराने के लिए सीधे राइस मिल भेज दिया गया है. इससे नाराज डीएम ने केंद्र प्रभारी पर एफआइआर दर्ज कराने के निर्देश दिए. यहां पर एसडीएम बिल्हौर ने जब किसानों से फोन पर बातचीत की तो किसानों ने बताया कि धान के निर्धारित मूल्य 1868 रूप्ए के स्थान पर 1700 में धान खरीदने की बात कही. 168 रूपए केंद्र प्रभारी द्वारा पहले लेने की बात कही गई. इस पर डीएम ने केंद्र प्रभारी पर कठोर कार्रवाई करने के निर्देश दिए.

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