मण्डलायुक्त द्वारा औद्योगिक क्षेत्र दादानगर एवं पनकी का भ्रमण किया गया एवं उद्यमियों के साथ आई0आई0ए0 भवन में बैठक कर उनकी समस्याएं सुनी गयीं तथा मौके पर जाकर इंगित समस्याओं का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय उद्यमियों के साथ विभिन्न विभागों के अधिकारी यथा-नगर आयुक्त, संयुक्त आयुक्त उद्योग, उपायुक्त उद्योग जिला उद्योग प्रोत्साहन एवं उद्यमिता विकास केन्द्र, मुख्य अभियंता लोक निर्माण विभाग, मुख्य अभियंता कानपुर विकास प्राधिकरण, क्षेत्रीय प्रबन्धक यूपीसीडा, पुलिस क्षेत्राधिकारी गोविन्दनगर, क्षेत्रीय अधिकारी उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड एवं मुख्य अभियंता केस्को उपस्थित रहे।
आई0आई0ए0 भवन में उद्यमियों के साथ बैठक में औद्योगिक क्षेत्रों की प्रमुख समस्याओं यथा- दादानगर से पनकी को जोड़ने वाले मुख्य मार्ग की खराब स्थिति, औद्योगिक क्षेत्रों में सफाई एवं कूड़ा निस्तारण की समुचित व्यवस्था न होना, पनकी नहर के किनारे अतिक्रमण व सिल्ट की विधिवत सफाई न होने की समस्या से उद्यमियों द्वारा अवगत कराया गया। इसी प्रकार दादानगर औद्योगिक क्षेत्र के प्रमुख नाले की सफाई न होने की समस्या से भी अवगत कराया गया। इंगित समस्याओं से सम्बन्धित जगहों का निरीक्षण किया गया एवं सम्बन्धित अधिकारियों से रिपोर्ट प्राप्त की गयी।
दादानगर- पनकी मुख्य मार्ग की खराब स्थिति के सम्बन्ध में अधिशाषी अभियंता, लोक निर्माण विभाग द्वारा अवगत कराया गया कि इस मार्ग के बीच में पड़ रहे दो पुलियों पर कार्य होना शेष है, जिसके कारण मार्ग में पैच वर्क नहीं हुआ है। अधिशाषी अभियंता द्वारा अवगत कराया गया कि इस मार्ग एवं पुल के समस्त कार्य दिसम्बर, 2020 तक पूर्ण कर लिया जायेगा। अधिशाषी अभियंता, लोक निर्माण विभाग को निर्देशित किया गया कि अपनी बतायी गयी टाइम-लाइन के अनुरूप कार्य पूर्ण करें तथा जनवरी के प्रथम सप्ताह में अधोहस्ताक्षरी द्वारा पुनः क्षेत्र का भ्रमण किया जाएगा, जिसमें समस्त कार्य पूर्ण पाया जाए। उद्यमियों द्वारा अवगत कराया गया कि औद्योगिक क्षेत्रों में साफ-सफाई एवं कूड़ा उठान की व्यवस्था नहीं है, जिसके कारण क्षेत्रों में गंदगी रहती है। पृच्छा की गयी कि क्या डेार-टु-डोर कूड़ा उठान के व्यवस्था से उद्यमी जुड़े हैं, अथवा नहीं ? नगर आयुक्त द्वारा अवगत कराया गया कि उद्यमियों का यह तर्क है, कि उनके उद्योगों में उत्पन्न होने वाला कूड़ा रि-साइकल हो जाता है, अतः वे डोर-टु-डेार कूड़ा उठान व्यवस्था से नहीं जुड़े हैं। यह तर्क स्वीकार्य नहीं है। यह संभव नहीं है कि कूड़ा उत्पन्न नहीं होता है एवं वह सड़कों पर नहीं आता है। उद्यमियों से यह अपेक्षा की गयी कि वे स्वयं यह सर्वे कर लें कि किन उद्योगों का कूड़ा रि-साइकल होता है, एवं किन उद्योगों का कूड़ा उत्पन्न होकर सड़क/कूड़ा निस्तारण व्यवस्था में आता है। यह रिपोर्ट आगामी 15 दिनों में संयुक्त आयुक्त उद्योग के माध्यम से नगर आयुक्त को आवश्यक कार्यवाही हेतु भेजा जाए। नगर आयुक्त द्वारा यह भी अवगत कराया गया कि लगभग 40 सफाई कर्मी व सफाई निरीक्षक लगाए गए हैं, जिनके माध्यम से सफाई करायी जा रही है। उद्यमियों से यह अपेक्षा की गयी कि सर्वेक्षण के उपरान्त नगर आयुक्त स्तर पर वार्ता कर डोर-टु-डोर कूड़ा निस्तारण व्यवस्था से जुड़ें, जिससे औद्योगिक क्षेत्रों की समुचित व्यवस्था हो सके।

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