मंडलायुक्त राजशेखर ने सुबह नगर निगम का निरीक्षण किया तो सवा दस बजे तक 60 फीसद अफसर व कर्मचारी गायब मिले। उन्होंने कहा कि सरकार का आदेश है कि साढ़े नौ बजे सरकारी कार्यालयों में काम शुरू हो जाए। सभी अफसर व कर्मचारी सुबह साढ़े नौ बजे तक ड्यूटी पर पंहुचना होगा। मंडलायुक्त ने नगर आयुक्त को आदेश दिए कि गायब अफसरों व कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटा जाए। सभी अनुपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाए। अधिकारियों और कर्मचारियों की उपस्थिति के लिए निगरानी और पर्यवेक्षण के लिए पर्यवेक्षण अधिकारियों को प्रतिकूल प्रविष्टि देने के भी आदेश दिए। साथ ही हर हफ्ते उपस्थित की अचानक जांच की जाए।
मंडलायुक्त ने नगर निगम में स्थापित कंट्रोल रूम में दर्ज शिकायतों को देखा। जनवरी 2020 से, इस कंट्रोल रूम में करीब पांच हजार दर्ज की गई हैं जिनमें से लगभग 40 फीसद निस्तरित है, पांच फीसद खारिज कर दिए गए और लगभग 56 फीसद शिकायतें अभी भी लंबित हैं। 15 अक्टूबर तक शिकायतों का निस्तारण कराया जाए। साथ ही हर हफ्ते अचानक शिकायतों के निस्तारण की जांच की जाए। लापरवाही बरतने वालों पर कार्रवाई की जाए।
इस दौरान शिकायतों के निस्तारण की जानकारी लेने के लिए मंडलायुक्त ने अचानक एक शिकायत करता के मोबाइल मिला दिया। उसने बताया कि ड्रेनेज की समस्या की शिकायत 17 सितंबर को की थी लेकिन अभी तक समस्या का निस्तारण आज तक नहीं हुआ है। एक भी फोन नगर निगम से नहीं आया। इस पर मंडलायुक्त ने तत्काल समस्या के निस्तारण के आदेश दिए।
No comments:
Post a Comment