कोरोना के खिलाफ जंग में अब उन निजी अस्पतालों पर नजरें टेढ़ी होना शुरू हुई हैं, जो तय रकम से ज्यादा पैसा मरीजों और उनके परिजनों से वसूल रहे हैं. ऐसे ही एक निजी अस्पताल में डीएम आलोक तिवारी पहुंचे, तो यहां के प्रबंधन से सीधे तौर पर कहा कि उनके यहां पर ज्यादा बिलिंग की शिकायत लगातार आ रही है. मौके पर एक मरीज के तीमारदार ने भी निजी अस्पताल की वसूली की शिकायत की. इस पर डीएम ने एडीएम आपूर्ति को मौके पर जांच के लिए बुला लिया. एडीएम आपूर्ति की रिपोर्ट के बाद माना जा रहा है कि निजी हॉस्पीटल पर कार्रवाई हो सकती है.
कानपुर में निजी अस्पतालों में भर्ती मरीजों से ज्यादा रकम वसूलने की खबरें पहले भी कई बार आ चुकी हैं. इसमें गोविंदनगर के एक बड़े अस्पताल के कई वीडियो ऐसे सामने आ चुके हैं, जिसमें तीमारदारों ने तय रकम से कहीं ज्यादा वसूल किये जाने का आरोप लगाया है. अब ऐसा ही मामला स्वरूपनगर के डिवाइन हॉस्पीटल का आया है. यहां पर सुबह डीएम आलोक तिवारी अचानक निरीक्षण करने पहुंच गए. इस दौरान व्यवस्थाओं की जानकारी लेने के साथ ही भर्ती और मृत हो चुके मरीजों का ब्योरा जाना गया. यहां मौजूद डॉक्टर ने बताया कि अभी तक 120 मरीज भर्ती हुए और आठ की मौत हो चुकी है.यहां मौजूद एक तीमारदार ने डीएम से डिवाइन हॉस्पीटल की तरफ से ज्यादा रकम वसूलने की बात कही. तीमारदार ने कहा कि उन्होंने अपने पिता को 27 तारीख को भर्ती कराया था. उस दौरान अस्पताल की तरफ से 60 हजार की रकम मांगी गई. तब 20 हजार रकम देकर उसने अपने पिता को एडमिट कराया. अगले दिन बिल 1.28 लाख का हो गया और अब बताया जा रहा है कि बिल दो लाख के उपर चला गया.
यह हालात देखकर डीएम ने नाराजगी जाहिर की और यहां मौजूद डॉक्टरों से कहा कि उनके यहां से लगातार ज्यादा रकम वसूलने की शिकायत आ रही है. इसको लेकर डीएम ने पूरे मामले पर जांच बैठा दी है. एडीएम आपूर्ति डॉ. बसंत अग्रवाल से उन्होंने पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की है. बताया जा रहा है कि यहां पर अन्य खामियां भी मिली हैं. एडीएम आपूर्ति भी थोड़ी देर में मौके पर पहुंच गए. अब उनकी रिपोर्ट पर नजरें लगी हुई हैं, उनकी रिपोर्ट के आधार पर ही डिवाइन हॉस्पीटल पर कार्रवाई की रूपरेखा को तय करेगी.


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