संजीव हत्याकांड में पुलिस को लम्बे समय बाद बड़ा सुराग हाथ लगा है। पुलिस ने अंबेडकरनगर स्थित नाले के दोनों सिरों को मिट्टी डालकर बंद करने के बाद पानी निकलवाकर फिरौती मांगे जाने वाले पहला मोबाइल को खोज निकाला है, इसके साथ ही पुलिस ने दूसरा फ़ोन भी राम जी के घर से 150 मी. की दूरी पर बरामद कर लिया है। पुलिस के अनुसार तीनों हत्या के आरोपीयों ने एक फोन से संजीत का अपहरण किया तो दूसरे फोन से फिरौती मांगी थी। पुलिस ने बताया की एक फ़ोन को हत्यारोपी ने इसी नाले में फेंक कर सचेंडी के लिए जंगल के रास्ते पैदल निकल गए थे। एसपी साउथ ने बताया कि पांडु नदी में फिर से संजीत के शव की तलाश कराई जाएगी।
पुलिस को आशंका है कि इन बरामद फोन से अपहरण कांड के कई राज खुल सकते है। हालांकि इससे पहले कानपुर साउथ पुलिस पर कई सवाल खड़े किये गए थे लेकिन अब पुलिस टीम को बड़ी सफलता मिली। पुलिस ने कहा कि अपराधियो का नार्को, ब्रेन मैपिंग व पॉलीग्राफ़ टेस्ट कराया जायेगा।
अब पुलिस इस बात का पता लगाने में लगी है कि कहीं संजीत की गलत दोस्ती, फिजूलखर्ची और रंगीनमिजाजी तो अपहरण की बड़ी वजह नही बनी। इसके अलावा प्रीति नाम की महिला की भी गिरफ्तारी हुई थी। अपहरण व हत्या के मास्टरमाइंड प्रीति और रामजी का करीबी रामाशीष ही अपहरणकर्ताओं को वसूली के लिए उकसाता था। पुलिस अब कॉल डिटेल के आधार पर लगाएगी रामाशीष का पता। वैसे तत्कालीन एस.पी(साउथ) ने भी इसी एंगल पर जांच करते हुए रामाशीष को पकड़ने के लिए दबिश दी थी


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