इस मुलाकात को केवल दो व्यक्तियों के बीच की बातचीत न मानकर, बल्कि भारत-यू.के. रिश्तों को नई दिशा देने वाला महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। उत्तर प्रदेश से जुड़े अग्रवाल और भारतीय मूल के सांसद मिश्रा के बीच हुई यह वार्ता इस बात का संकेत है कि भारतीय उद्योगपति और राजनेता मिलकर विश्व पटल पर भारत की आर्थिक और सांस्कृतिक पहचान को सशक्त बनाने की दिशा में कार्य कर रहे हैं।
गौरतलब है कि सांसद नावेन्दु मिश्रा का मूल संबंध भी उत्तर प्रदेश से है। ऐसे में यह संवाद केवल उद्योग और निवेश तक सीमित न होकर, उत्तर प्रदेश की अपार संभावनाओं को वैश्विक मंच पर सामने लाने का अवसर भी बना। बातचीत में दोनों पक्षों ने प्रवासी भारतीयों की सहभागिता, व्यापारिक सहयोग और निवेश के नए आयामों पर सार्थक व सकारात्मक विचार साझा किए।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह पहल आने वाले समय में भारत और ब्रिटेन के बीच न सिर्फ उद्योग और निवेश, बल्कि सांस्कृतिक संबंधों को भी नई मजबूती प्रदान करेगी।
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