समारोह का आयोजन
विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित इस भव्य समारोह में हजारों की संख्या में छात्र-छात्राएँ, शिक्षक, अतिथि और अभिभावक मौजूद रहे। स्नातक, स्नातकोत्तर एवं शोध स्तर के विद्यार्थियों को उपाधियाँ दी गईं। विभिन्न संकायों में सर्वाधिक अंक पाने वाले मेधावी छात्रों को स्वर्ण और रजत पदक भी प्रदान किए गए।
राज्यपाल का संबोधन
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षा केवल परीक्षा पास करने तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि इसका उद्देश्य छात्रों में सामाजिक चेतना, जिम्मेदारी और नैतिक मूल्यों का विकास करना भी है। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा—
युवाओं को शोध और नवाचार की दिशा में आगे आना चाहिए।
डिजिटल शिक्षा और नई तकनीक का अधिकतम लाभ उठाना चाहिए।
समाज में बदलाव लाने और राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि विश्वविद्यालयों को चाहिए कि वे युवाओं को रोजगारपरक शिक्षा देने के साथ-साथ उन्हें स्टार्टअप और उद्यमिता की ओर भी प्रेरित करें।
मेधावी छात्रों का उत्साह
दीक्षांत समारोह में मेधावी छात्रों के चेहरों पर खास उत्साह देखने को मिला। स्वर्ण पदक प्राप्त करने वाले छात्रों ने अपनी उपलब्धियों को माता-पिता और शिक्षकों को समर्पित किया। कई छात्रों ने कहा कि राज्यपाल से सम्मान पाना उनके लिए यादगार पल रहेगा।
विश्वविद्यालय प्रशासन का संदेश
कुलपति और प्रशासनिक अधिकारियों ने राज्यपाल का स्वागत करते हुए कहा कि यह समारोह विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने आश्वस्त किया कि विश्वविद्यालय भविष्य में शिक्षा की गुणवत्ता और अनुसंधान के क्षेत्र में नए मानक स्थापित करेगा।
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