सम्मेलन में हुई प्रमुख घोषणाएँ
मुख्यमंत्री ने ‘डीपटेक पॉलिसी 2035’ जारी की।
भारत का पहला डीप-टेक एक्सेलेरेटर लॉन्च किया गया।
एआई को-पायलट की शुरुआत की गई, जो स्टार्टअप्स और उद्योगों को नई दिशा देगा।
आईआईटी कानपुर को इस पूरी पहल का मुख्य केंद्र घोषित किया गया।
उद्योग और शिक्षा संस्थानों के बीच सहयोग पर जोर
कार्यक्रम के दौरान ‘समन्वय’ नाम से आयोजित उद्योग-अकादमिक संवाद में सीएम योगी ने कहा कि समय की मांग है कि शिक्षा संस्थान और उद्योग एक साथ काम करें। इससे नवाचार की गति बढ़ेगी और शोध का लाभ सीधे समाज तक पहुँच सकेगा।
उन्होंने बताया कि प्रदेश के 75 जिलों में साइबर पुलिस थाने खोले जा रहे हैं। इसके साथ ही एक साइबर व फोरेंसिक संस्थान की स्थापना की योजना भी है।
स्टार्टअप्स और छोटे शहरों को मिलेगा लाभ
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पहल से न सिर्फ बड़े शहरों बल्कि टियर-2 और टियर-3 शहरों के स्टार्टअप्स को भी फायदा होगा। सरकार का लक्ष्य है कि प्रदेश में ऐसा माहौल बने, जिससे युवा उद्यमी और शोधकर्ता बिना बड़े शहरों में जाए भी अपनी पहचान बना सकें।
रोजगार और अर्थव्यवस्था पर प्रभाव
इस कार्यक्रम के जरिए प्रदेश को तकनीकी नवाचार का हब बनाने की योजना है। अनुमान है कि आने वाले वर्षों में हजारों युवाओं को रोजगार मिलेगा और यह पहल उत्तर प्रदेश को ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था के लक्ष्य की ओर ले जाएगी।
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