एटीएम मशीन से छेड़छाड़ करके उसमे डिवाइस फिट कर दूसरे के खातों से पैसा निकालने वाले एक गिरोह खुलासा पुलिस ने किया है,इस गैंग के सदस्य कानपुर के अलावा अन्य कई जिलों में जाकर इस तरह की वारदातों को अंजाम दे रहे थे,पकडे गए लोगो ने एक साल में पांच करोड़ रुपये से ज्यादा का ट्रांजक्शन कर चुके है.
हाथो में बंधी रस्सी और पुलिस के घेरे में खड़े जीतेन्द्र,बजरंग सिंह व मुजुबदीन बहुत बड़े अपराधी है,इसका खुलासा कानपुर डीआईजी प्रीतिंदर सिंह ने किया है,उनके मुताबिक तीनो अपराधी एटीएम मशीन में छेड़छाड़ करके मेन डेस्क को मदरबोर्ड से कनेक्ट करके अपना सॉफ्टवेयर को उससे जोड़ देते है,उसके बाद पिछले एटीएम के पासवर्ड को हासिल कर लेते है,जो अपराधी पकडे गए है उन्होंने पूछताछ में बताया है कि एक एटीएम से कई बार लाखो का ट्रांजक्शन कर लेते है,यह गैंग कई महीनो से उत्तर व प्रदेश मध्य प्रदेश के साथ बिहार झारखण्ड में घूम घूमकर इस तरह का फ्राड थे,जब इन घटनाओ की शिकायत मिलनी शुरू हुयी तब इनको सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से ट्रेस किया गया,डीआईजी का कहना है कि इस गैंग के लोग बिहार से सॉफ्टवेयर खरीदते है जिसकी कीमत लाखो में होती है,इस गैंग के सदस्यों ने एक साल के भीतर पांच करोड़ रुपये का ट्रांजक्शन कर चुके है,उन पैसो से इन्होने कई गाड़िया खरीदी है और बाहर जाकर कुछ और ऐसी ही घटना को अंजाम देना चाहते थे,डीआईजी का कहना है की अन्य जिलों की पुलिस से संपर्क करके इस गिरोह के बारे में उनको जानकारी दी जायेगी.
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