प्रतियोगी परीक्षाओं में साल्वर बिठाने वाले गिरोह ने नीट (राष्ट्रीय पात्रता व प्रवेश परीक्षा) और यूपी कैटेट (यूपी संयुक्त कृषि और प्रौद्योगिकी प्रवेश परीक्षा) में भी सेंधमारी कर दी है. नीट और यूपी कैटेट में सॉल्वर गिरोह को लेकर पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. बजरिया, नवाबगंज और कल्याणपुर पुलिस की संयुक्त छापेमारी में साल्वर गिरोह के सात सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें दो डॉक्टर भी शामिल हैं. अभी पुलिस को गिरोह के तीन और सदस्यों की तलाश है.
मेडिकल कॉलेज और आरएमएल अस्पताल के डॉक्टर भी
पुलिस लाइन में पत्रकार वार्ता में एसपी पश्चिम डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि सूचना के आधार पर पुलिस ने जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस अंतिम वर्ष की परीक्षा दे रहे मिर्जापुर के गांव रामपुर निवासी डॉ. अवध बिहारी, राम मनोहर लोहिया अस्पताल में जूनियर रेजीडेंट पद पर कार्यरत आजमगढ़ के फूलपुर निवासी डॉ. सचिन कुमार मौर्या, गोरखपुर के गगहा निवासी वेदरतन और वासगांव निवासी अमित जायसवाल, बलरामपुर के गणेशनगर निवासी महफूज, फैजाबाद निवासी राकेश वर्मा और पनकी के गंगागंज निवासी धीरेंद्र प्रताप सिंह को गिरफ्तार किया। ये सभी नीट और यूपी कैटेट में साल्वर गिरोह के लिए काम कर रहे थे.
फर्जी आधार कार्ड से देते थे परीक्षा
पुलिस के मुताबिक इनमें डॉ. अवध बिहारी, अमित जायसवाल और राकेश वर्मा ने साल्वर के रूप में काम किया. इन्होंने साहिल, शैलेश और अनूप नाम के परीक्षार्थियों की जगह परीक्षा दी थी. यह लोेग फर्जी आधार कार्ड और प्रवेश पत्र के जरिए परीक्षा कक्ष में प्रवेश करके परीक्षार्थियों के लिए परीक्षा देते थे. इस गैंग के तीन सदस्य मथुरा के लोहावन निवासी भोलाशंकर, महोबा के कला महोबा निवासी सत्येंद्र और प्रयागराज निवासी जानकी अभी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़े हैं. पुलिस उन परीक्षार्थियों की भी जांच कर रही है कि साल्वर का इंतजाम खुद किया या अभिभावकों द्वारा किया गया. इसी आधार पर उनकी गिरफ्तारी की जाएगी.
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