परिवार के लोग एंबुलेंस तक नहीं बुला सके और जाम में फंसने के कारण बरखा की हालत बिगड़ती चली गई। आखिरकार बड़ी मशक्कत के बाद अस्पताल पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस खबर ने पूरे परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है।
बरखा गुप्ता अपने पीछे तीन छोटे बच्चों को छोड़ गई हैं। मासूमों के सिर से मां का साया उठ जाना बेहद हृदयविदारक दृश्य रहा। मोहल्ले के लोग भी इस घटना से व्यथित हैं और ट्रैफिक व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहे हैं। समय पर इलाज न मिलने से एक और जिंदगी छिन गई और तीन नन्हें बच्चे हमेशा के लिए मां के प्यार से वंचित हो गए।
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